पता नहीं वह कौन सी दुनिया है जहां लोग इस तरह छोड़ कर चले जाते हैं ,अपनों को रोते बिलखते पता नहीं वह कौन सी दुनिया है जहां लोग इस तरह छोड़ कर चले जाते हैं ,अपनों को रोते...
जुबाँ पर काफी प्रश्न खड़े थे, जो प्रित से जवाब मांग रहे थे। जुबाँ पर काफी प्रश्न खड़े थे, जो प्रित से जवाब मांग रहे थे।
कब सीढ़ियों पर ही सो गया उसे पता भी नहीं चला। सुबह उठा तो उसका सर दर्द से फट रहा था। कब सीढ़ियों पर ही सो गया उसे पता भी नहीं चला। सुबह उठा तो उसका सर दर्द से फट रहा...
उसके खर्चे के लिए नय्यर को लोन लेने पड़े। ये ही है ज़िन्दगी। उसके खर्चे के लिए नय्यर को लोन लेने पड़े। ये ही है ज़िन्दगी।
क्यों हर बार दर्द और ग्लानि लड़की के ही हिस्से आता है। क्यों हर बार दर्द और ग्लानि लड़की के ही हिस्से आता है।
इंसान ने जंगल काट दिए अपने फायदे के लिए तो प्रकृति ने कहर बरपा दिया इंसान ने जंगल काट दिए अपने फायदे के लिए तो प्रकृति ने कहर बरपा दिया